नई दिल्ली, 20 मार्च 2025 – नवरोज़ (Nowruz) जिसे फारसी नववर्ष भी कहा जाता है, दुनिया के कई हिस्सों में नई उम्मीदों और सकारात्मकता के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। यह वसंत के आगमन और नए जीवन की शुरुआत का प्रतीक है। नवरोज़ 2025 इस साल 20 मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा।
नवरोज़ का इतिहास और महत्व
नवरोज़ का अर्थ होता है "नया दिन" और यह हज़ारों साल पुरानी परंपरा है, जिसकी जड़ें प्राचीन फ़ारसी सभ्यता और ज़रथुश्त्र धर्म से जुड़ी हैं। यह दिन वसंत विषुव (Spring Equinox) पर पड़ता है, जब दिन और रात बराबर होते हैं। इसे मुख्य रूप से ईरान, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, कज़ाखस्तान, कुर्दिस्तान और भारत के पारसी समुदाय द्वारा मनाया जाता है।
नवरोज़ 2025 की खास परंपराएँ
✅ हफ्त-सीन टेबल: इस दिन घरों में सात शुभ चीजों से "हफ्त-सीन टेबल" सजाई जाती है। इसमें सेब (सेब), लहसुन (सीर), अंकुरित गेहूं (सब्ज़ेह), सिरका (सेरकेह), सुमाक (सोमन), सिक्के (सेकेह) और मिठाई (समानू) शामिल होते हैं।
✅ चहारशंबे सूरी: नवरोज़ से पहले की रात लोग आग के ऊपर कूदते हैं, जिससे बुरी शक्तियों को दूर करने की परंपरा मानी जाती है।
✅ घर की सफाई (ख़ाने तकानी): इसका अर्थ घर की सफाई और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना है। यह समृद्धि और सुख-शांति को आमंत्रित करने का प्रतीक है।
✅ नए कपड़े और उपहार: लोग नए कपड़े पहनते हैं और अपने प्रियजनों को उपहार देते हैं।
✅ विशेष भोज: इस दिन विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं, जैसे सब्जी पुलाव, मछली, मीठे पकवान, और पारंपरिक फारसी मिठाइयाँ।
भारत में पारसी समुदाय का नववर्ष (Navroz 2025)
भारत में पारसी समुदाय भी नवरोज़ (Navroz) को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाता है। हालांकि, यह शहंशाही कैलेंडर के अनुसार 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन पारसी समुदाय आगियारी (अग्नि मंदिर) में प्रार्थना करने जाते हैं और पारंपरिक व्यंजन बनाते हैं।
नवरोज़ की शुभकामनाएँ
🎉 "✨ नवरोज़ मुबारक! यह नया साल आपके जीवन में खुशियाँ और सफलता लेकर आए।"
🌸 "नवरोज़ 2025 की हार्दिक शुभकामनाएँ! नए साल में आपका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाए।"
🌿 "Happy Nowruz! May this new year bring joy, prosperity, and peace to all."