कुनकुरी, छत्तीसगढ़:
कुनकुरी के एक गांव में हाल ही में हुई भयावह हत्या का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस और घरवालों के अनुसार, आरोपी की मानसिक स्थिति पिछले कुछ समय से ठीक नहीं थी। उसके इलाज और मानसिक संतुलन के लिए रविवार को घर पर बैगा पुजारी बुलाए गए।
घटना के विवरण के अनुसार, रविवार से ही आरोपी के घर में पूजा की तैयारी शुरू हुई। सोमवार की रात को बैगाओं ने घर में विशेष पूजा और तंत्र क्रियाएं शुरू की। यह प्रक्रिया मंगलवार सुबह तक चलती रही।
घटना के भयावह मोड़ पर मंगलवार सुबह करीब सुबह 5 बजे, जब पूजा समाप्त हुई, तो आरोपी के व्यवहार में अचानक बदलाव आया। उसकी मानसिक स्थिति अचानक बिगड़ गई और उसने अपनी ही मां पर हमला कर दिया। इस हमले में आरोपी ने घर में मौजूद अन्य लोगों को जान का खतरा महसूस कराया, लेकिन बाकी घरवाले समय रहते जान बचाकर भागने में सफल रहे।
पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और बताया कि आरोपी के परिवार ने प्रारंभिक रूप से यह जानकारी दी कि आरोपी मानसिक रूप से अस्वस्थ था। परिवार ने बताया कि वह पहले भी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहा था और इसे सुधारने के लिए तंत्र-पूजा कराई जा रही थी।
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और मेडिकल टीम द्वारा उसकी मानसिक स्थिति का आकलन किया जा रहा है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में यह संकेत मिला है कि आरोपी को मानसिक स्वास्थ्य सहायता और चिकित्सकीय देखभाल की आवश्यकता थी।
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। स्थानीय प्रशासन ने भी चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की पूजा या तंत्र क्रियाओं के दौरान सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना अनिवार्य है।
कुनकुरी हत्याकांड ने यह स्पष्ट कर दिया कि मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है। परिवार और समाज दोनों को मानसिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देना आवश्यक है। इस घटना ने चेतावनी दी है कि मानसिक रोगियों के लिए पेशेवर चिकित्सा और सहायता लेना ही सुरक्षित विकल्प है।