बलरामपुर, छत्तीसगढ़ (बंदरचुआं), — सबाग क्षेत्र के बंदरचुआं गांव में सैकड़ों ग्रामीणों के साथ एक बड़ा धोखाधड़ी मामला सामने आया है, जहां लगभग 4.5 लाख रुपये की ठगी की गई। इस मामले में आधार कार्ड से छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़ा किया गया और इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के नाम पर लोगों को ₹3000 फ्री मिलने का झांसा देकर खाते खुलवाए गए।
क्या है पूरा मामला:
- ग्रामीणों को कहा गया कि "इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक" में खाता खोलिए, और ₹3000 मुफ्त में मिलेगा, जिसे कभी वापस नहीं करना होगा।
- इसके लिए उनके आधार कार्ड और पहचान पत्रों में जानबूझकर छेड़छाड़ की गई – जैसे:
- फोटो बदल दी गई
- मोबाइल नंबर अपडेट कर दिया गया
- एड्रेस में बदलाव किया गया
- नाम और जन्मतिथि सही रखे गए ताकि पहचान सत्यापित हो सके।
कैसे हुआ खुलासा:
इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ जब बैंक अधिकारियों ने लोन रिकवरी के लिए पीड़ित ग्रामीणों के घर दस्तक दी। तब लोगों को पता चला कि उनके नाम से लोन लिया गया है, जबकि उन्हें इसकी कोई जानकारी तक नहीं थी।
कितनी रकम की ठगी?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बंदरचुआं में करीब ₹4,50,000 की ठगी की गई है, और पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
लोन का खेल और ग्रामीणों का झटका:
बैंक खाता खुलवाने के तुरंत बाद इन खातों से लोन प्रोसेस किया गया, और वह राशि ठगों के पास पहुंच गई। जब लोन की किस्तें नहीं चुकाई गईं, तो बैंक अधिकारी वसूली के लिए संबंधित ग्रामीणों के घर पहुंचे। तब जाकर ग्रामीणों को समझ आया कि उनके नाम पर बैंक लोन लिया गया है, जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी ही नहीं थी।
स्थानीय प्रशासन से मांग:
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि:
- दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
- आधार और बैंक डेटा की जांच हो।
- पीड़ितों को न्याय मिले और उनकी क्रेडिट रिपोर्ट भी सुधारी जाए।