नक्सलवाद, जो कई दशकों से देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था, अब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए सुरक्षा बलों की रणनीति, विकास योजनाओं और स्थानीय सहयोग को मजबूत किया है, जिससे नक्सली गतिविधियों में भारी गिरावट आई है।
🔹 सरकार और सुरक्षा बलों का मिशन
गृह मंत्रालय के अनुसार, बीते एक साल में 200 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जबकि कई बड़े नक्सली नेता सुरक्षा बलों की कार्रवाई में पकड़े गए या मारे गए। केंद्र सरकार की "समाधान योजना" के तहत आधुनिक टेक्नोलॉजी, स्पेशल फोर्सेज और इंटेलिजेंस सिस्टम का उपयोग कर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को सुरक्षित बनाया जा रहा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक बैठक में कहा कि,
"सरकार का संकल्प है कि 2027 तक भारत को पूरी तरह नक्सलवाद मुक्त बनाया जाएगा। इसके लिए विकास योजनाओं और सुरक्षा अभियानों को साथ मिलाकर काम किया जा रहा है।"
🔹 ऑपरेशन के मुख्य बिंदु:
✅ छत्तीसगढ़:
- दंतेवाड़ा और सुकमा में CRPF और राज्य पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 15 बड़े नक्सली गिरफ्तार।
- 50 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
✅ झारखंड:
- पलामू और लातेहार में बड़े नक्सली ठिकानों को ध्वस्त किया गया।
- उग्रवादियों के पास से AK-47, इंसास राइफल, विस्फोटक और नकद राशि बरामद।
✅ ओडिशा:
- कोरापुट और मल्कानगिरी जिलों में पुलिस के ऑपरेशन से नक्सल गतिविधियों में भारी कमी।
- ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण, स्कूल और अस्पतालों का तेजी से विकास।
✅ महाराष्ट्र:
- गढ़चिरौली जिले में सुरक्षा बलों का विशेष अभियान, जिसमें कई नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया गया।
- सरकार ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास योजना के तहत रोजगार देने का वादा किया।
🔹 क्यों कम हो रहा है नक्सलवाद?
1️⃣ मजबूत सुरक्षा रणनीति
केंद्र और राज्य सरकारों ने संयुक्त रूप से सुरक्षा अभियानों को तेज किया है, जिससे नक्सलियों को सीमित क्षेत्र में सिमटने के लिए मजबूर होना पड़ा।
2️⃣ स्थानीय लोगों का सहयोग
पहले जहां कई ग्रामीण नक्सलियों का समर्थन करते थे, अब वे सरकार की विकास योजनाओं और रोजगार अवसरों से जुड़कर मुख्यधारा में आ रहे हैं।
3️⃣ तकनीक और आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल
सुरक्षा बल अब ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सैटेलाइट मॉनिटरिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे नक्सलियों के मूवमेंट को ट्रैक करना आसान हो गया है।
4️⃣ नक्सली संगठन में गिरावट
आत्मसमर्पण और लगातार अभियानों के चलते कई बड़े नक्सली संगठनों की शक्ति कमजोर हुई है। अब उनकी भर्ती भी घट गई है।
🔹 सरकार का विजन – 2027 तक नक्सल मुक्त भारत
गृह मंत्रालय ने 2027 तक देश से पूरी तरह नक्सलवाद समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए मुख्य रूप से तीन प्रमुख रणनीतियाँ अपनाई जा रही हैं:
1️⃣ "विकास ही सुरक्षा" रणनीति
सरकार ने घोषणा की है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण, बिजली, पानी, स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
2️⃣ आत्मसमर्पण और पुनर्वास योजना
जो नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं, उन्हें सरकार रोजगार, शिक्षा और पुनर्वास योजनाओं का लाभ दे रही है, जिससे वे समाज में वापस लौट सकें।
3️⃣ ऑपरेशन "समाधान" का विस्तार
यह सुरक्षा बलों द्वारा चलाया जा रहा विशेष अभियान है, जिसके तहत नक्सली संगठनों को जड़ से खत्म करने की योजना बनाई गई है।
🔹 निष्कर्ष
भारत अब #NaxalFreeBharat के सपने को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार और सुरक्षा बलों के लगातार प्रयासों से नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति और विकास का माहौल बन रहा है।
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